Travel with dream |
प्राकृति के सुंदर नजारों से भरपूर
यह एक बेहद खूबसूरत जगह है जो की चारों तरफ से सुंदर पहाड़ियों से घिरा हुआ यह स्थान आसपास के क्षेत्रों में छोटा पचमढ़ी के रूप में फेमस है इस जगह को छोटा पचमढ़ी यहां के दृश्यों की वजह से कहा जाता है जो कि मूल पचमढ़ी से काफी मिलता-जुलता है इस वजह से इसे छोटा पचमढ़ी कहा जाता है यहाँ का दृश्य बरसात के समय काफी मन को मोह लेने वाला हो जाता है जिस वजह से यहां पर्यटकों का आना-जाना बढ़ता जा रहा है । यह स्थान पिकनिक स्पॉट के लिए भी फेमस है युवा वर्ग व परिवार के साथ लोग यहां पिकनिक के लिए आते हैं ।
Travel with dream |
यह क्षेत्र वन विभाग के अधीन आता है तो यहां वन विभाग की तरफ से पूर्ण प्रतिबंध क्षेत्र का बोर्ड लगा हुआ है क्योंकि पूर्व में कई हादसे हो चुके हैं जिनमें मौतें भी हो चुकी हैं इस वजह से वन विभाग ने यहां आने पर रोक लगा दी लेकिन लोग इसे नजरअंदाज करते हुए यहां आ जाते हैं । यह स्थान मुख्य मार्ग से 2 - 3 किलोमीटर अंदर जंगल में स्थित है यह हलाली डैम से 5 किलोमीटर दूर स्थित है जैसे जैसे लोगों को इस जगह के बारे में पता चलता जा रहा है यहां लोगों का आना जाना बढ़ने लगा है
Travel with dream |
यह जगह जितनी खूबसूरत है उतनी ही खतरनाक भी है क्योंकि पहाड़ी क्षेत्र है एकांत है जंगल में अंदर है तो कई तरह के हादसे होने का डर लगा रहता है जैसे जंगली जानवरों द्वारा हमला हो सकता है लूटपाट भी हो सकती है नाते वक्ता पानी में डूब भी सकते हैं फोटो खींचते वक्त आप पहाड़ी से नीचे गिर सकते हैं तो जाने से पहले सोच जरूर ले ।
Travel with dream |
ब्लू वाटर
यहां पर दो कुंड है एक जो कि काफी छोटा है और गहरा भी नहीं है और ऊपर की तरफ मौजूद है जिसमें सिर्फ बरसात के वक्त पानी रहता है उसके बाद सूख जाता है दूसरा है कुआं इसी नाम से इसे जा ना जा ता है यह काफी बढ़ावा काफी गहरा है जिसमें अक्सर मौतें होती रहती है इसलिए इसके करीब आप नहीं जाएं तो बेहतर होगा एक खास बात और है । यहां की यहां का जो पानी है वह बिल्कुल नीला दिखाई देता है इसलिए इसे ब्लू वाटर प्लेस के नाम से भी जाना जाता है यही समीप ही एक दर्शनीय स्थल भी मौजूद है सिद्ध बाबा का जहां आप जा सकते हैं ।
Travel with dream |
आने के लिए आपको
यहां आने के लिए आपको स्वयं का साधन से आना पड़ेगा या पब्लिक ट्रांसपोर्ट से जो कि इस क्षेत्र में काफी कम ही जलते हैं अपने साधन से आएंगे तो बेहतर रहेगा अगर आप भोपाल की तरफ से आते हैं तो आपको या लगभग 60 से 65 किलोमीटर पड़ेगा और विदिशा से आते हैं तो आपको 40 से 50 किलोमीटर पड़ेगा और रायसेन से आते हैं तो आपको 45 से 50 किलोमीटर इतना ही पड़ेगा आप बरसात के मौसम में ही आए क्योंकि तभी यहां अच्छा लगता है ।
https://youtu.be/-ih4EW3kFIY